India is the country of different culture : do you know ? भारत विविधताओं का देश है और यहां कई त्योहार मनाए जाते हैं 2024
india is the country of different culture|दिवाली (दीपावली)
दिवाली को रोशनी का पर्व कहा जाता है। यह कार्तिक माह की अमावस्या को मनाया जाता है। इस दिन भगवान राम के अयोध्या लौटने की खुशी में दीप जलाए जाते हैं।
india is the country of different culture|दीवाली: भारतीय संस्कृति का उज्ज्वल पर्व
दीवाली, जिसे दीपावली भी कहा जाता है, भारत का एक प्रमुख और सबसे बड़ा त्योहार है, जिसे पूरे देश में हर्षोल्लास और उत्साह के साथ मनाया जाता है। दीपों का यह त्योहार अंधकार पर प्रकाश की, अज्ञान पर ज्ञान की, और बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है। दीपावली का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व बेहद व्यापक है, और यह केवल भारत ही नहीं, बल्कि दुनिया भर में बसे भारतीयों द्वारा भी मनाया जाता है।
india is the country of different culture|दीवाली का धार्मिक महत्व
दीवाली का पर्व हिंदू धर्म से जुड़ा हुआ है, और इसके साथ कई पौराणिक कथाएं और धार्मिक मान्यताएं जुड़ी हैं। सबसे प्रचलित कथा रामायण से जुड़ी है। कहा जाता है कि जब भगवान श्रीराम 14 वर्षों का वनवास समाप्त कर रावण पर विजय प्राप्त कर अयोध्या लौटे, तो उनके स्वागत में अयोध्यावासियों ने दीप जलाए और पूरी नगरी को रोशनी से भर दिया। इसी दिन को दीपावली के रूप में मनाया जाता है। यह पर्व भगवान राम, माता सीता और उनके अनुज लक्ष्मण के अयोध्या लौटने की स्मृति में मनाया जाता है। इसके अलावा, दीवाली से धन की देवी लक्ष्मी का विशेष संबंध है। मान्यता है कि इस दिन माता लक्ष्मी पृथ्वी पर आती हैं और जो लोग अपने घरों को साफ और सजाकर रखते हैं, उन्हें धन, समृद्धि और सौभाग्य का आशीर्वाद देती हैं। इसलिए दीवाली के दिन लक्ष्मी पूजन का विशेष महत्व है। जैन धर्म में भी दीवाली का विशेष महत्व है। इस दिन भगवान महावीर ने मोक्ष प्राप्त किया था, जिसे जैन समाज निर्वाण दिवस के रूप में मनाता है। सिख धर्म में दीवाली का संबंध गुरु हरगोबिंद जी से है, जिन्होंने मुगलों द्वारा कैद किए गए 52 राजाओं को मुक्त कराया था। इसलिए सिख समाज भी इसे बंदी छोड़ दिवस के रूप में मनाता है।
india is the country of different culture|होली
होली रंगों का त्योहार है और फाल्गुन माह की पूर्णिमा को मनाया जाता है। इसमें लोग एक-दूसरे पर रंग और गुलाल लगाते हैं और होलिका दहन करते हैं।
india is the country of different culture|होली: रंगों का त्योहार और भारतीय संस्कृति का प्रतीक
होली, जिसे रंगों का त्योहार कहा जाता है, भारत का एक प्रमुख और अत्यधिक प्रिय त्योहार है। यह उत्सव न केवल रंगों में सराबोर होकर खेलने का पर्व है, बल्कि यह आपसी सद्भाव, प्रेम, और समाज में एकता का संदेश भी देता है। होली को फाल्गुन मास की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है, जो आमतौर पर फरवरी या मार्च महीने में आता है। इस त्योहार का धार्मिक, सांस्कृतिक और सामाजिक महत्व है, और यह भारतीय जीवन शैली और परंपराओं का अनमोल हिस्सा है।
india is the country of different culture|होली का धार्मिक और पौराणिक महत्व
होली के साथ कई धार्मिक और पौराणिक कथाएँ जुड़ी हुई हैं। सबसे प्रमुख कथा भगवान विष्णु के भक्त प्रह्लाद और उनके पिता हिरण्यकशिपु से संबंधित है। हिरण्यकशिपु, जो स्वयं को भगवान मानता था, अपने पुत्र प्रह्लाद की भगवान विष्णु के प्रति भक्ति से नाराज था। उसने कई बार प्रह्लाद को मारने की कोशिश की, लेकिन हर बार प्रह्लाद भगवान विष्णु की कृपा से बच गया। अंततः हिरण्यकशिपु ने अपनी बहन होलिका से प्रह्लाद को जलाने की योजना बनाई, जो आग में न जलने का वरदान प्राप्त थी। होलिका ने प्रह्लाद को गोद में लेकर आग में प्रवेश किया, लेकिन भगवान विष्णु की कृपा से होलिका जल गई और प्रह्लाद बच गया। इस घटना की स्मृति में होली का त्योहार मनाया जाता है।
यह कथा बुराई पर अच्छाई की जीत और ईश्वर के प्रति अडिग भक्ति का प्रतीक है। होली के पहले दिन होलिका दहन की रस्म इसी पौराणिक कथा की याद दिलाती है, जिसमें लकड़ियों और गोबर से होलिका का पुतला बनाकर जलाया जाता है। यह बुराई का अंत और अच्छाई की विजय का प्रतीक है।
india is the country of different culture|मकर संक्रांति
मकर संक्रांति को नए फसल के आगमन का प्रतीक माना जाता है और सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने पर मनाया जाता है। इस दिन पतंग उड़ाने की परंपरा है।
india is the country of different culture|मकर संक्रांति: एक सांस्कृतिक, धार्मिक और प्राकृतिक उत्सव
मकर संक्रांति भारत के प्रमुख त्योहारों में से एक है, जिसे देश के लगभग हर हिस्से में बड़े उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाया जाता है। यह त्योहार हर साल जनवरी के महीने में आता है, और यह सूर्य के मकर राशि में प्रवेश का प्रतीक होता है। मकर संक्रांति सिर्फ एक धार्मिक त्योहार ही नहीं है, बल्कि यह सामाजिक, सांस्कृतिक और प्राकृतिक महत्व से भी जुड़ा हुआ है।
भारत के विभिन्न हिस्सों में मकर संक्रांति के अलग-अलग नाम और परंपराएं हैं। कहीं इसे “लोहड़ी”, कहीं “पोंगल”, तो कहीं “खिचड़ी” के रूप में मनाया जाता है। इसके पीछे भौगोलिक, ऐतिहासिक और सांस्कृतिक कारण होते हैं। यह त्योहार प्रमुख रूप से नए कृषि चक्र की शुरुआत का संकेत देता है और किसानों के लिए विशेष महत्व रखता है।
india is the country of different culture|मकर संक्रांति का ज्योतिषीय महत्व
मकर संक्रांति को ज्योतिष शास्त्र में अत्यधिक महत्वपूर्ण माना जाता है। यह त्योहार सूर्य के मकर राशि में प्रवेश को दर्शाता है। इस दिन से सूर्य उत्तरायण होता है, यानी सूर्य दक्षिणी गोलार्ध से उत्तरी गोलार्ध की ओर बढ़ता है। इसे शुभ समय माना जाता है, क्योंकि इस समय से दिन लंबे और रातें छोटी होने लगती हैं।
मकर संक्रांति का समय भी बहुत महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि इस दिन से लेकर छः महीने तक का समय उत्तरायण कहलाता है, जो धार्मिक ग्रंथों में अत्यधिक शुभ माना गया है। महाभारत में भीष्म पितामह ने अपनी मृत्यु का समय उत्तरायण के आगमन तक स्थगित किया था, क्योंकि यह समय मोक्ष प्राप्ति के लिए सर्वोत्तम माना गया है।
india is the country of different culture| रक्षाबंधन
रक्षाबंधन भाई-बहन के प्रेम का त्योहार है। इस दिन बहनें अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती हैं और भाई उनकी रक्षा का वचन देता है।
india is the country of different culture|रक्षाबंधन: प्रेम और सुरक्षा का त्योहार
भारत त्योहारों की धरती है, जहां हर पर्व एक विशेष सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व रखता है। इन्हीं में से एक महत्वपूर्ण पर्व है रक्षाबंधन, जिसे भाई-बहन के रिश्ते की पवित्रता और आपसी प्रेम का प्रतीक माना जाता है। यह त्योहार न केवल भाइयों और बहनों के रिश्ते को मजबूत करता है, बल्कि भारतीय समाज की सांस्कृतिक धरोहर और परंपराओं का अद्वितीय उदाहरण भी प्रस्तुत करता है।
india is the country of different culture|रक्षाबंधन का इतिहास और पौराणिक महत्व
रक्षाबंधन का जिक्र कई पौराणिक कथाओं और ऐतिहासिक घटनाओं में मिलता है। इसका इतिहास सदियों पुराना है और इस पर्व से जुड़ी कई दिलचस्प कथाएं हैं, जो इस त्योहार के महत्व को उजागर करती हैं।
- द्रौपदी और कृष्ण की कथा: महाभारत के समय की एक प्रसिद्ध कथा के अनुसार, श्रीकृष्ण ने शिशुपाल का वध करते समय अपनी उंगली को घायल कर लिया था। उस समय, द्रौपदी ने अपने वस्त्र का एक टुकड़ा फाड़कर कृष्ण की उंगली पर बांध दिया। इसके बाद कृष्ण ने द्रौपदी को जीवनभर उनकी रक्षा करने का वचन दिया। यही कारण है कि जब द्रौपदी का चीरहरण हो रहा था, तब भगवान कृष्ण ने चमत्कारिक ढंग से उनकी रक्षा की।
- राजा बलि और लक्ष्मी की कथा: एक अन्य पौराणिक कथा के अनुसार, भगवान विष्णु ने राजा बलि के वचन का पालन करने के लिए पाताल लोक में रहने का निर्णय लिया था। देवी लक्ष्मी ने बलि की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधकर उनसे अपने पति विष्णु को लौटाने का अनुरोध किया। बलि ने देवी लक्ष्मी की इच्छा को स्वीकार किया और इस प्रकार रक्षा सूत्र बंधने का परंपरा शुरू हुई।
- रानी कर्णावती और हुमायूं की कथा: मध्यकालीन भारत में भी रक्षाबंधन से जुड़ी एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक घटना है। चित्तौड़ की रानी कर्णावती ने मुगल सम्राट हुमायूं को अपनी रक्षा के लिए राखी भेजी थी। हुमायूं ने इस राखी का मान रखते हुए रानी कर्णावती की रक्षा के लिए युद्ध किया, भले ही वे राजनीतिक रूप से विरोधी थे।
इन पौराणिक और ऐतिहासिक घटनाओं से यह स्पष्ट होता है कि रक्षाबंधन केवल भाई-बहन के रिश्ते तक सीमित नहीं है, बल्कि यह उन रिश्तों को भी मान्यता देता है जो स्नेह और सुरक्षा पर आधारित हैं।
india is the country of different culture|गणेश चतुर्थी
गणेश चतुर्थी भगवान गणेश के जन्मदिन के रूप में मनाई जाती है। यह भाद्रपद महीने की शुक्ल चतुर्थी को मनाई जाती है। इस दिन गणेश जी की मूर्तियों की स्थापना और पूजा की जाती है।
india is the country of different culture|नवरात्रि
नवरात्रि देवी दुर्गा की पूजा का पर्व है और नौ दिनों तक मनाया जाता है। इसमें देवी के नौ रूपों की आराधना की जाती है और गरबा तथा डांडिया का आयोजन होता है।
india is the country of different culture | ईद-उल-फितर
ईद-उल-फितर रमज़ान के महीने के अंत में मनाई जाती है। इसमें मुस्लिम समुदाय के लोग नमाज अदा करते हैं और एक-दूसरे को मुबारकबाद देते हैं।
india is the country of different culture|क्रिसमस
क्रिसमस 25 दिसंबर को ईसा मसीह के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। इस दिन गिरजाघरों में विशेष प्रार्थना होती है और लोग एक-दूसरे को उपहार देते हैं।
india is the country of different culture|गुरुपर्व
गुरुपर्व सिख धर्म के दस गुरुओं की जयंती के रूप में मनाया जाता है। इसमें गुरुद्वारों में कीर्तन और लंगर का आयोजन होता है।
india is the country of different culture|महाशिवरात्रि
महाशिवरात्रि भगवान शिव की आराधना का पर्व है और फाल्गुन माह की कृष्ण चतुर्दशी को मनाया जाता है। इस दिन शिवलिंग पर जलाभिषेक और बेलपत्र अर्पित किया जाता है।
india is the country of different culture|जन्माष्टमी
जन्माष्टमी भगवान कृष्ण के जन्मदिवस के रूप में मनाई जाती है। इस दिन भजन-कीर्तन और झांकियों का आयोजन होता है।
india is the country of different culture|पोंगल
पोंगल मुख्यतः तमिलनाडु में मनाया जाने वाला फसल का त्योहार है। यह सूर्य देव को धन्यवाद देने के लिए मनाया जाता है और इस दिन विशेष व्यंजन पोंगल बनाया जाता है।
बैसाखी
बैसाखी मुख्यतः पंजाब में मनाई जाती है और यह फसल कटाई के पर्व के रूप में जानी जाती है। इस दिन भांगड़ा और गिद्धा नृत्य का आयोजन होता है।
. उगादी
उगादी मुख्यतः आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में मनाया जाने वाला नया साल का पर्व है। इस दिन विशेष प्रकार का भोजन और पूजा की जाती है।
ओणम
ओणम केरल का प्रमुख त्योहार है और यह राजा महाबली के स्वागत में मनाया जाता है। इसमें पारंपरिक नृत्य, खेल और विशेष भोज का आयोजन होता है।
गुरु पूर्णिमा
गुरु पूर्णिमा को अपने गुरु या शिक्षक के प्रति सम्मान व्यक्त करने का पर्व है। यह आषाढ़ माह की पूर्णिमा को मनाया जाता है।
दशहरा
दशहरा या विजयदशमी रावण पर भगवान राम की विजय के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। इसमें रावण, मेघनाद और कुंभकर्ण के पुतलों का दहन किया जाता है।